देवभूमि हिमाचल प्रदेश की स्वर्ग-सदृश वादियों में- किन्नौर होते हुए स्पीती घाटी की यात्रा का एक अनौपचारिक वृत्तांत
किन्नौर और स्पीती की यात्रा निश्चित तौर पर प्रकृति से एक बेहद आत्मीय साक्षात्कार है. यों सभी यात्राएं ऎसी ही ही होती हैं पर अपनी धरती का ये अनोखा रूप आप में ठहर जाता है, आपको उफ़ कहने को मज़बूर न कर एक शांत-चित्त सी अनुभूति या कहें तृप्ति देता है. रास्ते की दुरुहता से चाहें तो जीवन दर्शन के सबक लें, पर ये तय है कि सकारात्मक वृत्ति और एडवेंचर की ललक के बिना ये यात्रा नहीं की जा सकती, बल्कि थोड़ी सनक भी इसमें शामिल हो तो क्या कहने. इस यात्रा में आप धरती की अंदरूनी करवटों से चरमराते पहाड़ों के उठान-ढलानों पर रेंगती सड़कों को पहाड़ों से ही एकाकार देख खुद को पहाड़ों की गोद में खेलता महसूस करेंगे, या फिर नीले झक्क आकाश में उजले बादलों के साथ खेलते सूरज को हैरत से देखेंगे कि ये आपके शहर में आपको रोमांचित क्यों नहीं करते या फिर अपनी दीवार पर टंगी महँगी लैंडस्केप पेंटिंग के लाखों संस्करण मुफ्त आंखों के आगे बिछे देख आप कुदरत के गतिमान रंगों के पैटर्न को सुकून से निहारते –क्लिक करते वक़्त बिताते सोचेंगे कि वही आप अपनी रूटीन ज़िन्दगी म