अद्बभुत Laddakh




दूसरी लद्दाख यात्रा की कुछ तस्वीरें।

लद्दाख की अद्भुत सौंदर्य राशि को अपनी आंखों से देख पाने का सुख उठाने के बाद कुछ कहना लाजिमी है। बर्फ़ीले रेगिस्तान के पहाड़ धूप और बादलों की आंख-मिचौनी के बीच ऐसी प्राकृतिक लैंडस्केप की रचना करते हैं कि कलाकार दंग रह जाय। सचमुच प्रकृति से बड़ा कोई पेंटर नहीं।









अब आगे देखें!

सिंधु नदी में ाफ़्टिंग
पहाड़ों को काट के रास्ता बनाती चलती नदियों के साथ चलना बड़ा ही रोमांचकारी है। लद्दाख के पहाड़ अपने सपूर्ण निरावृत रूप में नदियों के साथ अपनी अठखेलियों के चित्र समेटे हैं। देखिये कैसे दिखते हैं ये।


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एक था गधा उर्फ़ शरद जोशी के नाटक में हम

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यात्रा वृत्तांत लिखने का शौक़ उतना ही पुराना है, जितना यात्रायें करने का। कादम्बिनी के राजीव भैया ने ,मुझे लक्षद्वीप की यात्रा पर एक लिख लाने को कहा। तस्वीरें भी मंगवाईं। फिर इसी माह पत्रिका के पर्यटन विशेषांक में प्यार से छापा। यहाँ ब्लॉग पर उन्हीं शब्दों के साथ कुछ और तस्वीरें जोड़ कर ये यात्रा वृत्तांत प्रस्तुत है।